जांजगीर
जांजगीर | |
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |
देश | भारत |
राज्य | छत्तीसगढ़ |
निर्देशांक: जांजगीर छत्तीसगढ़ प्रान्त का एक शहर है।छत्तीसगढ़ के हृदय में स्थित जंजगीर-चम्पा बहुत खूबसूरत स्थान है। यह अपने वैष्णव शैली में बने मन्दिरों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। स्थानीय लोगों में यह मन्दिर बहुत लोकप्रिय हैं और वह इनके रख-रखाव का पूरा ध्यान रखते हैं। स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटकों को भी यह मन्दिर बहुत पसंद आते हैं और वह इन मन्दिरों के खूबसूरत दृश्य अपने कैमरों में कैद करके ले जाते हैं।
अनुक्रम[छुपाएँ] |
[संपादित करें]मुख्य आकर्षण
[संपादित करें]विष्णु मन्दिर
मुख्य लेख : जांजगीर का विष्णु मंदिर
विष्णु मन्दिर को नकटा मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण हेहे वंश के शासकों ने 12वीं शताब्दी में कराया था। इसके पास ही भीमा तालाब है, जो बहुत खूबसूरत है और पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। मन्दिर का निर्माण दो भागों में शुरू किया गया था, लेकिन कोई भी भाग पूरा नहीं हो पाया। इसलिए यह मन्दिर आज भी अधूरा पड़ा हुआ है। मन्दिर की दिवारों पर देवताओं, गन्धर्वो और किन्नरों के सुन्दर चित्र बने हुए हैं, जो पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं।
[संपादित करें]पीतमपुर शिव मन्दिर
हासदेव नदी के तट पर स्थित पीतमपुर शिव मन्दिर को कालेश्वरनाथ मन्दिर के नाम से भी जाना जाता है। हर वर्ष महाशिवरात्रि को यहां पर दस दिनों के लिए मेले का आयोजन भी किया जाता है। इस मेले में स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी बड़े उत्साह से भाग लेते हैं। महाशिवरात्रि के अलावा रंगपंचमी के दिन यहां पर भगवान शिव का विवाह भी रचाया जाता है, जिसमें नागा साधु बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
[संपादित करें]शिवनारायण मन्दिर
महानदी के तट पर बसे शिवनारायण नगर में स्थित लक्ष्मीनारायण मन्दिर बहुत खूबसूरत है। इसका निर्माण हेहे वंश के शासकों ने 11वीं शताब्दी में कराया था। हिन्दु कथाओं के अनुसार लक्ष्मीनारायण मन्दिर के पास ही शबरी आश्रम स्थित है। इस मन्दिर का निर्माण वैष्णव शैली में बड़ी खूबसूरती के साथ किया गया है। माघ पूर्णिमा के दिन यहां पर भव्य मेले का आयोजन भी किया जाता है। इस मेले में भाग लेने के लिए अनेक पर्यटक यहां आते हैं।
[संपादित करें]लक्ष्मणोश्वर मन्दिर
मुख्य लेख : लक्ष्मणेश्वर महादेव मंदिर
लक्ष्मणोश्वर मन्दिर जसपुर के प्रमुख मन्दिरों में से एक है। हिन्दु पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मन्दिर का निर्माण भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने किया था। इस मन्दिर के प्रति स्थानीय लोगों में बड़ी है और वह पूजा करने के लिए प्रतिदिन यहां आते हैं।
[संपादित करें]आवागमन
- वायु मार्ग
रायपुर में हवाई अड्डे का निर्माण किया गया है। यहां से पर्यटक आसानी से जंजगीर-चम्पा तक पहुंच सकते हैं।
- रेल मार्ग
जंजगीर-चम्पा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 152 कि.मी. की दूरी पर स्थित है और रेलमार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। पर्यटकों की सुविधा के लिए जंजगीर-चम्पा के नायला और चम्पा में रेलवे स्टेशनों का निर्माण भी किया गया है।
- सड़क मार्ग
राष्ट्रीय राजमार्ग 200 द्वारा पर्यटक आसानी से जंजगीर चम्पा तक पहुंच सकते हैं। राजमार्ग के अलावा पर्यटक बिलासपुर और रायपुर से भी आसानी से जंजगीर-चम्पा तक पहुंच सकते हैं।
साभार : विकिपीडिया
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