लघु -कथा
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महाराजा शेर सिंह के राज्य में आज उत्सव का माहौल था। पिछले साल कम बारिश और अकाल से टूट चुके लोग इस वर्ष अच्छी बारिश से खुश थे।
....इनमे सबसे ज्यादा राज्य के चूहे उत्साहित थे । चूहों का समूह घूम -घूम कर आतिशबाज़ी कर रहा था। चूहों ने जगह- जगह फ्लेक्स लगवा रखे थे । महाराजा राजा शेर सिंह जहां भी जाते चूहे उनके पीछे- पीछे जिंदाबाद के नारे लगाते पहुंच जाते । तरह-तरह के खुशामद कर वो महाराजा को आकर्षित करना चाहते थे । पर महाराजा उनको थोड़ा भी भाव नही दे रहे थे।
व्यवहार कुशलता के लिए प्रसिद्ध महाराजा के इस विचित्र व्यवहार को उनके दूर देश से आये मित्र देख रहे थे और चकित भी थे । ...उनके चेहरे के भाव को महाराजा ने पढ़ लिया ।
उन्होंने कहा- " मित्रों आप इन चूहों के प्रति अनपेक्षित व्यवहार से विस्मित हैं ....पर आपको पता नही कि पिछले वर्ष कम बारिश के बाद यही चूहे 'गधे' को अपना नेता बनाके इस राज्य से पलायन कर गए थे । इस वर्ष अच्छी बारिश हुई है , फसल अच्छी होगी , शायद इसीलिये .....!!! .
......मित्रों की उलझन दूर हो चुकी थी ।।
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महाराजा शेर सिंह के राज्य में आज उत्सव का माहौल था। पिछले साल कम बारिश और अकाल से टूट चुके लोग इस वर्ष अच्छी बारिश से खुश थे।
....इनमे सबसे ज्यादा राज्य के चूहे उत्साहित थे । चूहों का समूह घूम -घूम कर आतिशबाज़ी कर रहा था। चूहों ने जगह- जगह फ्लेक्स लगवा रखे थे । महाराजा राजा शेर सिंह जहां भी जाते चूहे उनके पीछे- पीछे जिंदाबाद के नारे लगाते पहुंच जाते । तरह-तरह के खुशामद कर वो महाराजा को आकर्षित करना चाहते थे । पर महाराजा उनको थोड़ा भी भाव नही दे रहे थे।
व्यवहार कुशलता के लिए प्रसिद्ध महाराजा के इस विचित्र व्यवहार को उनके दूर देश से आये मित्र देख रहे थे और चकित भी थे । ...उनके चेहरे के भाव को महाराजा ने पढ़ लिया ।
उन्होंने कहा- " मित्रों आप इन चूहों के प्रति अनपेक्षित व्यवहार से विस्मित हैं ....पर आपको पता नही कि पिछले वर्ष कम बारिश के बाद यही चूहे 'गधे' को अपना नेता बनाके इस राज्य से पलायन कर गए थे । इस वर्ष अच्छी बारिश हुई है , फसल अच्छी होगी , शायद इसीलिये .....!!! .
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