लघु-कथा
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करीब 2 माह पहले की ही बात है, जब मैं बहुत ही खराब हुआ करता था। घमंडी और किसी काम का नहीं था ।।
....अभी -अभी 15 दिन ही हुए मैं बहुत अच्छा हो गया । व्यवहार कुशल और हर काम में दक्ष... योग्य ।।
........ऐसा परिवर्तन अचानक नहीं हुआ ....।।
मेरा विश्लेषण करने वाले भाई साहब के ऐन वक्त पर उनके काम आ गया .....या यूँ कहिये गिलहरी जैसा योगदान दे दिया ।।
....लो भाई फिर तो हमारा चरित्र प्रमाण-पत्र पूरा साफ़ -सुथरा हो गया ।।
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करीब 2 माह पहले की ही बात है, जब मैं बहुत ही खराब हुआ करता था। घमंडी और किसी काम का नहीं था ।।
....अभी -अभी 15 दिन ही हुए मैं बहुत अच्छा हो गया । व्यवहार कुशल और हर काम में दक्ष... योग्य ।।
........ऐसा परिवर्तन अचानक नहीं हुआ ....।।
मेरा विश्लेषण करने वाले भाई साहब के ऐन वक्त पर उनके काम आ गया .....या यूँ कहिये गिलहरी जैसा योगदान दे दिया ।।
....लो भाई फिर तो हमारा चरित्र प्रमाण-पत्र पूरा साफ़ -सुथरा हो गया ।।
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